
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने X के माध्यम पोस्ट करते हुए कहे कि रीवा जिले के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे मयंक को प्रशासन के लगातार और अथक प्रयासों के बाद हम नहीं बचा पाए मन अथाह दु:ख और पीड़ा से भरा है। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
पीड़ित मृतक मयंक के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से 4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई दु:ख की इस घड़ी में, मैं और मध्यप्रदेश सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं। साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के द्वारा मध्यप्रदेश के लोगो से अपील किये हैं कि आप सभी से अनुरोध है कि ऐसे बोरवेल को ढंक कर रखें, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके। अक्सर देखा जाता है कि लोग खेती किसानी करने के बाद मोटर पंप बोरवेल से बाहर निकाल लेते हैं और बोरवेल को खुला छोड़ देते हैं इसके चलते आए दिन हादसे होते रहते हैं जिस पर अब मध्य प्रदेश सरकार कड़ा एक्शन लेगी अगर कोई भी व्यक्ति या किसान अपने बोरवेल को खुला छोड़ देता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई जिला प्रशासन के द्वारा की जाएगी।
मुख्यमंत्री का एक्शन :
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के त्यौथर विधानसभा क्षेत्र के मनिका गांव में बीते 12 अप्रैल को 6 वर्षीय मयंक खेलते खेलते बोरवेल में जा गिरा था जिस पर प्रशासन के द्वारा लगातार 45 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया मगर मयंक को बचाया नही जा सका है मयंक की मौत की खबर पूरे देश में आग की तरह फैल गई जिसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मयंक की मृत आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए शोक व्यक्त किया है साथ ही इसी दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दो अधिकारी सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।